सन्निपात रोग का अर्थ
[ sennipaat roga ]
सन्निपात रोग उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वैद्यक मे ज्वर की एक अवस्था जिसमें कफ, पित्त और वात एक साथ कुपित होकर बहुत उग्र रूप धारण कर लेते हैं:"सन्निपात से पीड़ित व्यक्ति बड़बड़ा रहा है"
पर्याय: सन्निपात, सन्निपात ज्वर, त्रिदोष, सरसाम
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- दुःखदायक सन्निपात रोग उत्पन्नय होता है।
- अल्सर एव सन्निपात रोग के लिए भी चाहें तो पुखराज धारण कर सकते हैं .
- अल्सर एव सन्निपात रोग के लिए भी चाहें तो पुखराज धारण कर सकते हैं।
- एक प्रकार का सन्निपात रोग जिसमें नाक से काला ख़ून आता है 3 .
- इसके अतिरिक्त अम्बर का प्रयोग सन्निपात रोग में पुखराज का मुख की दर्गन्ध में किया जाता है।
- ते सब सूल नाम को जाना॥16॥ यदि कहीं ये तीनों भाई ( वात, पित्त और कफ) प्रीति कर लें (मिल जाएँ), तो दुःखदायक सन्निपात रोग उत्पन्न होता है।
- यदि कहीं ये तीनों भाई ( वात , पित्त और कफ ) प्रीति कर लें ( मिल जाएँ ) , तो दुःखदायक सन्निपात रोग उत्पन्न होता है।